जब हम खुश है, तब बहुत प्यारी है ज़िंदगी...
जब हम उदास रहें, तब दुख भरी है ज़िंदगी...
जब दिल को कोई अच्छा लगे, तब रंगीन है ज़िंदगी...
जब मन सोच मे डूबा रहे, तब बहुत गहरी है ज़िंदगी...
जब कठिनाइयाँ सामने आए, तब मुश्किलों से लड़ना है ज़िंदगी...
जब हौसला अफजाई हो, तब प्रेरणा है ज़िंदगी...
जब किसी के सामने झुकना पड़े, तब खामोश है ज़िंदगी...
जब बहुत कुछ सहना पड़े, तब लाचार है ज़िंदगी...
जब दुनिया सच्ची लगे, तब मासूम है ज़िंदगी...
जब झूठ से ढकी सच्चाई सामने आए, तब दर्दनाक है ज़िंदगी...
जब दिल टूट जाए, तब गमों से घिरी है ज़िंदगी...
जब किसी का प्यार मिल जाए, तब खुशियों से भरी है ज़िंदगी...
जब कुछ समझ न आए, तब घोर अंधेरा है ज़िंदगी...
जब रास्ता नज़र आए, तब नयी सुबह है ज़िंदगी...
जब सपने बिखर जाये, तब आँखों का नम होना है ज़िंदगी...
जब सपने साकार हों, तब पागलपन है ज़िंदगी...
अपनों के प्रति प्यार है ज़िंदगी...
उनके लिए कुछ भी कर गुजरने की चाहत है ज़िंदगी...
और तो और, गैरों को अपना बनाए ये ज़िंदगी...
सच पूछो तो ऐ दोस्त...
परिस्थिति के साँचे में, खुद को ढालना है
जब हम उदास रहें, तब दुख भरी है ज़िंदगी...
जब दिल को कोई अच्छा लगे, तब रंगीन है ज़िंदगी...
जब मन सोच मे डूबा रहे, तब बहुत गहरी है ज़िंदगी...
जब कठिनाइयाँ सामने आए, तब मुश्किलों से लड़ना है ज़िंदगी...
जब हौसला अफजाई हो, तब प्रेरणा है ज़िंदगी...
जब किसी के सामने झुकना पड़े, तब खामोश है ज़िंदगी...
जब बहुत कुछ सहना पड़े, तब लाचार है ज़िंदगी...
जब दुनिया सच्ची लगे, तब मासूम है ज़िंदगी...
जब झूठ से ढकी सच्चाई सामने आए, तब दर्दनाक है ज़िंदगी...
जब दिल टूट जाए, तब गमों से घिरी है ज़िंदगी...
जब किसी का प्यार मिल जाए, तब खुशियों से भरी है ज़िंदगी...
जब कुछ समझ न आए, तब घोर अंधेरा है ज़िंदगी...
जब रास्ता नज़र आए, तब नयी सुबह है ज़िंदगी...
जब सपने बिखर जाये, तब आँखों का नम होना है ज़िंदगी...
जब सपने साकार हों, तब पागलपन है ज़िंदगी...
अपनों के प्रति प्यार है ज़िंदगी...
उनके लिए कुछ भी कर गुजरने की चाहत है ज़िंदगी...
और तो और, गैरों को अपना बनाए ये ज़िंदगी...
सच पूछो तो ऐ दोस्त...
परिस्थिति के साँचे में, खुद को ढालना है
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